" वाणी उत्सव " दान जी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरुस्कार

रूमा देवी फाउंडेशन एक गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी और गैर-राजनीतिक संगठन है जो ग्रामीण कारीगरों/कलाकारों के उत्थान और सतत विकास के लिए काम कर रहा है। यह संगठन कलाकारों को उनके विरासत में मिले हुनर को एक मंच प्रदान करने की दिशा में पारंपरिक लोक संगीत विशेष रूप से  "वाणी गायन" जो की लुप्त हो रहा है, उसके विकास की दिशा में भी काम रहा है।

यह पुरस्कार प्रतिवर्ष वीणा पर पारंपरिक भजन वाणी का गायन करने वाले कलाकारों को प्रदान किया जाएगा । 

 पुरस्कार चार श्रेणी में प्रदान किया जाएगा -  

"हमारा प्रयास है कि थार की इस विरासत को संरक्षण दिया जाए तथा नई पीढ़ी को इससे रूबरू करवाते हुए आगे बढ़ाया जाए"

दानसिंह जी मारवाड़ के प्रसिद्ध वीणा भजन गायक थे | उन्होंने 15 वर्ष की आयु में वीणा पर गायन शुरू किया एवं 85 वर्ष कि आयु तक इस कार्य को लगातार जारी रखते हुए आखिरी समय में भी राजस्थान दिवस कार्यक्रम और राजस्थान कबीर यात्रा जैसे आयोजनों से सक्रिय रूप से जुड़े रहे |

दानसिंहजी ने पारम्परिक वीणा भजन परम्परा के संरक्षण के लिए नये कलाकारों को सिखाने का महत्वपूर्ण कार्य किया | उनके द्वारा सिखाए गए कलाकार देश के कई शहरों में अपनी प्रस्तुतियाँ दे चुके हैं |

संस्थान के सचिव विक्रमसिंह - पारम्परिक वाणी गायन के संरक्षण हेतु ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान ने 20 वर्षों तक दानजी के भजनों को रिकॉर्ड करने का महत्वपूर्ण कार्य किया । संस्थान के पास दानजी द्वारा गाई गई वाणियों कि हजारों घंटों कि ऑडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध है । वर्तमान में इन रिकॉर्ड को डिजिटल करने का कार्य चल रहा है । वीणा, ढोलक एवं कांसीयों पर पारम्परिक वाणी गायन करने वाले कलाकार दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कार हेतु आवेदन कर सकते है । 

पुरूस्कार व सम्मान 30 मार्च को दान सिंह जी की पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रदान किये जाएगें 

( वाणी उत्सव - 2023 )

( प्रभात सत्संग )

( वाणी भजन प्रतियोगिता )

मारवाड़ भजनी पुरुस्कार 2022

नवोदित कलाकार - प्रकाश खट्टू 

युवा कलाकार - सुरेश कुमार

वरिष्ठ कलाकार - कुम्भाराम धनाऊ

वीणा भजन परंपरा के संरक्षण हेतु विशिष्ठ कार्य करने पर - शेम्भुनाथ सैलानी